BEBAS HAI RAAT - SEASON 1
Markera alla som (o)spelade ...
Manage series 2754703
Innehåll tillhandahållet av Harshkumar Badheka. Allt poddinnehåll inklusive avsnitt, grafik och podcastbeskrivningar laddas upp och tillhandahålls direkt av Harshkumar Badheka eller deras podcastplattformspartner. Om du tror att någon använder ditt upphovsrättsskyddade verk utan din tillåtelse kan du följa processen som beskrivs här https://sv.player.fm/legal.
दो शब्द में कोई कवि,शायर या ग़ज़लकार नहीं हूँ । वास्तविकता यह है कि मुझे स्वयं को कवि अथवा शायर कहने में भी हिचकिचाहट होती है , क्योंकि मैं कविता , शायरी या ग़ज़ल की परिधियों में बांधने से डरता हूँ । मैं खुले मन से जो जी में आये ईमानदारी से कहना चाहता हूँ । खुलकर शब्दो में व्यक्त करना चाहता हूँ । मेरा मानना है कि हर व्यक्ति के भीतर किसी न किसी क्षणं कविता अवश्य जन्म लेती है चाहे वह ख़ुशी के पलों में हो या अवसाद क्षणो में या फिर हम भाव विह्लल हो । कोई भी रचना,रचनाकार के हृदयस्थ भाव रस का उच्छलन है । जब भाव बहार आने की छटपटाहट से ह्रदय को उदवेलित कर देता है तब कविता का जन्म होता है । तात्पर्य यह है कि कविता किसी पूर्व निर्धारित रूहरेखा के आधार पर नहीं लिखी जाती है । वह कवि को बाध्य करके अपने आपको लिखवा लेती है । कविता लेखन में सम्पूर्ण एकाग्रता अथवा समाधि की आवश्यकता पड़ती है । यह काव्य संग्रह मेरा एक छोटा सा प्रयास है अपने आस पास , अपने अंतर्मंन एवं स्वप्नलोक में चलने वाली घटनवाओ , द्र्श्यो को शब्द में व्यक्त करने का । इस काव्य संग्रह में सन २०१५ के बाद लिखी गई मेरी काव्य रचनाएं संग्रहित है । कवितायें , ग़ज़ले एवं मुक्तक रचनाएं जो कुछ भी है , वे साहित्यिक एवं बौद्धिक स्तर दॄष्टि से किस स्तर पर है इसका आंकलन एवं मूल्यांकन तो विद्वान , प्रबुद्ध एवं रसिक पाठक ही करेंगे । परन्तु मैं आत्माभिव्यक्ति के रूप में बस इतना ही कहना चाहूंगा कि मैंने अपने अंतर्मन के सच , स्वप्नलोक की अनुभूतियों एवं जनसुलभ संवेदनाओ की अभिव्यक्ति मुक्म छन्दों के माध्यम से पूरी ईमानदारी से की है । धन्यवाद!
…
continue reading
8 episoder